जैसा कि पोस्ट का टाइटल से पता चल रहा है कि आज हम डोमेन नाम और इससे जुड़े कुछ अनसुने तथ्य के बारे में जानने वाले हैं। डोमेन नाम क्या है, डोमेन कितने प्रकार के होते हैं, वेबसाइट के लिए ये ज़रूरी क्यूँ है, डोमेन नाम कौन देता है और आप कहाँ से ले सकते हैं, डोमेन नाम कैसे चुने और इसका अच्छा तरीक़ा क्या है।
ये सारी चीज़ें हम आज इस पोस्ट में जानने वाले हैं। ये पोस्ट थोड़ा लम्बा ज़रूर होगा लेकिन हम ये कोशिश करते हैं की आपको पूरी जानकारी मिले आधी अधूरी जानकारी बहुत हाई ख़तरनाक होती है, तो पोस्ट के अन्त तक बने रहिए। तो बिना देर किए चलिए सबकुछ हिंदी में जानते हैं डोमेन नाम के बारे में।
डोमेन का नाम सुन के आपको कुछ और सोचने की ज़रूरत नहीं है, आप सीधी भाषा में समझिए की आपके गाँव या मुहल्ले में या आपके घर में ही कोई पूरे परिवार के सदस्यों का कुछ ना कुछ नाम होता ही है, बिना नाम के कोई नहीं होता और नाम के साथ साथ सभी का नाम अलग अलग होता है ताकि किसी को बुलाने में कोई परेशानी ना हो, सोचिए अगर एक नाम का कोई दो सदस्य एक हाई जगह पे रहेंगे तो बात बात पे परेशानी होगी, कभी अपने श्याम को बुलाया और दो श्याम आ गए तो वहाँ पे परेशानी आ सकती है।
डोमेन या DNS (डोमेन नाम सिस्टम) नाम क्या होता है?
जैसा ऊपर एक उदाहरण के द्वारा आप समझ गए होंगे की आख़िरकार डोमेन होता क्या है लेकिन चलिए टेक्निकल और कम्प्यूटर के भाषा में बताते हैं की डोमेन क्या है।
कभी भी गूगल पे आप कुछ भी चीज़ें सर्च करते हैं तो वो आपको गूगल पे दिखता है लेकिन जब आपको उसके बारे में विस्तृत जानकारी लेनी होती है तो आप उसपे क्लिक करते हो क्लिक करते ही एक वेब पेज खुलता है जो किसी ना किसी डोमेन नाम से खुलता है, बिना डोमेन नाम का कोई भी वेबसाइट आपको गूगल पे नहीं दिख सकता।
अगर साधारण भाषा में बोले तो डोमेन एक ऐसा नामकरण है जिससे हम किसी भी वेबसाइट को इंटरनेट पर ढूँढ सकते हैं। सभी वेबसाइट किसी ना किसी IP ऐड्रेस (इंटेरनेट प्रोटोकोल ऐड्रेस) से जुड़ी होती है जो वेब ब्राउज़र को बताता है कि वेबसाइट इंटेरनेट मैं कहाँ मौजूद है।
“प्रत्येक डोमेन नाम यूनिक होता है, हर वेबसाइट का डोमेन नाम अलग अलग होता है। एक डोमेन नाम कभी भी दो वेबसाइट का नहीं हो सकता। “
डोमेन नाम से पहले लोग IP ऐड्रेस से किसी भी वेब पेज को खोलते थे लेकिन हम इंशान को नम्बर से ज़्यादा नाम याद रखने में आसानी होती है उसके बाद कॉन्सेप्ट आया डोमेन नाम का जो की सीधे तौर पर IP ऐड्रेस से जुड़ा होता है। एक IP ऐड्रेस पे कई सारे डोमेन चल सकता है।
डोमेन नाम कितने प्रकार के होते हैं?
अगर देखें तो डोमेन नाम बहुत प्रकार के होते हैं लेकिन कुछ महत्वपूर्ण प्रकार जो ज़्यादातर प्रयोग में होते हैं उसके बारे में हम इस पोस्ट में जानेंगे ताकि आपको डोमेन नाम चुनने में कभी परेशानी ना हो और अछी तरह सोच समझ के आप अपने डोमेन नाम ख़रीद सकें।
- TLD (Top Level Domains):
TLD डोमेन बहुत ही ख़ास होते हैं। डोमेन नाम का जो आख़िरी का हिस्सा होता है (डॉट के बाद वाला हिस्सा) से ही हमें ज्ञात होता है की डोमेन किस टाइप का है।
ये हाइएस्ट रैंक डोमेन होते हैं और कम्पनीज़ द्वारा इसे ज़्यादा दामों मैं और कुछ ख़ास फ़ीचर के साथ बेचा जाता है। जैसे आप अगर TLD डोमेन लेते हो तो आपको एक पराइवेसी मतलब डोमेन ख़रीदने वाले का नाम पता कब ख़रीदा गया और इसकी अंतिम तिथि कब तक का है ये सब हटाने का ऑप्शन मिलता है जिससे कि आपके डोमेन के डाटा का कुछ ग़लत प्रयोग ना हो, बाक़ी दूसरे प्रकार के डोमेन में ये ऑप्शन नहीं मिलते हैं।
TLD डोमेन बहुत ही छोटे होते हैं जिससे कि लोग आसानी से याद रख सके। गूगल भी TLD को पूरे विश्व भर में रैंक करने में प्राथमिकता देता है। ये डोमेन थोड़े महँगे होते हैं, और Rs. 1000/- या इससे ऊपर में आपको मिल जाएगा, लेकिन अगर इसके साथ आप अगर एक्स्ट्रा फ़ीचर लेते हैं तो ज़्यादा भी लग सकता है।
TLD के कुछ उदाहरण जिसे आप अपने व्यवसाय या अपने व्यक्तिगत प्रयोग के लिए ख़रीद सकते हैं।
- .com (Commercial)
- .org (Organization)
- .net (Network)
- .gov (Government)
- .edu (Education)
- .name (Names)
- .biz (Business)
- .info (Information)
- CCTLD (Country Code TLD):
जैसे की नाम से ही पता चल रहा है कि ये किसी देश को प्रदर्शित करता है। ऐसे डोमेन किसी देश के दो अक्षरों को मिलकर बनाया जाता है।
ऐसे डोमेन जब आप किसी एक देश को टार्गेट कर के या किसी एक देश में व्यवसाय करना हो तो उसके लिए ज़्यादा अच्छा माना जाता है और गूगल भी उस देश में इसे प्राथमिकता देता है।
ऐसे डोमेन नाम TLD से सस्ते होते हैं जबकि इसमें कुछ भी अतिरिक्त फ़ीचर का ऑप्शन नहीं मिलता है। CCTLD डोमेन आपको Rs. 600-700/- तक में मिल जाता है और कुछ डोमेन प्रवाइडर इसे ओर सस्ते दामों में दे देते हैं।
CCTLD के कुछ उदाहरण नीचे दिए गए हैं।
- .in (India)
- .us (United states)
- .uae (Unites Arab Emirates)
- .cn (China)
- .ru (Russia)
Sub Domain नाम क्या होता है?
सब डोमेन/उप डोमेन का मतलब ही है कि किसी के सहायता को लेकर एक डोमेन नाम बनाना। सब डोमेन आप किसी भी डोमेन का बना सकते हैं चाहे TLD हो या CCTLD और ये बिलकुल मुफ़्त होता है किसी को कोई पैसे नहीं देने पड़ते हैं। सब डोमेन बनाने का तरीक़ा भी बिलकुल आसान है ये आपके जो प्रमुख डोमेन नाम मतलब जो TLD/CCTLD होते हैं उसके आगे सबडोमेन नाम के बाद एक डॉट लगाया जाता है और फिर आपका डोमेन नाम तो लो जी आपका सब डोमेन/उप डोमेन तैयार है। उदाहरण के लिए
www.google.com एक डोमेन है लेकिन अगर इसके आगे हम कुछ भी लिखते हैं और उसके बाद डॉट लगाते हैं तो वो एक सबडोमेन बन जाता है जैसे कि www.en.google.com, इसमें जो “en.” है वो एक सबडोमेन है।
डोमेन नाम कौन देता है और आप कहाँ से ले सकते हैं?
देखिए डोमेन नाम आपके वेबसाइट के लिए बहुत हाई ज़रूरी और प्राथमिकता वाली चीज़ है इसका होना बहुत हाई ज़रूरी है बिना डोमेन के आप अपने वेबसाइट को इंटेरनेट पर दल नहीं सकते हैं तो जायज़ सी बात है कही से तो ये मिलता होगा या कोई तो बेचता होगा।
हाँ! आप सही सोच रहे हैं डोमेन नाम बेचने वाली बहुत सारी कोंपनियाँ है और वो कम्पनीज़ भी छोटे छोटे वेंडर के तहत डोमेन को बेचती है।
अगर आप भी अपने से डोमेन नाम ख़रीदना चाहते हैं तो नीचे सूची में किसी से भी खरीद सकते हैं सभी अच्छे वितरक है।
- Hostinger
- Godaddy
- Bigrock
- Namecheap
- Bluehost
- Hostgator
डोमेन वितरक चुनने के भी कई तरीक़े होते हैं, इसपे हम दूसरा पोस्ट डालेंगे अभी ये पोस्ट बहुत ज़्यादा लम्बा हो आएगा।
“ICANN (The Internet Corporation of Assigned Names and Numbers) एक ऐसी संस्था है जो पूरे विश्व भर में कोई भी डोमेन बेचने वाली संस्था को डोमेन बेचने की अनुमति देता है।“
डोमेन नाम कैसे चुने और इसका अच्छा तरीक़ा क्या है?
डोमेन नाम चुनने के कुछ आसान टिप्स हैं जिससे आप अपना डोमेन सही से चुन पाएँ एर वो डोमेन नाम आपके व्यवसाय को आगे बढ़ाने में मदद करे।
- जब भी आप अपना डोमेन का चुनाव करें तब हमेशा छोटा डोमेन नाम चुनें जो आपको याद रखने में आसानी हो।
- डोमेन नाम की पहली प्राथमिकता TLD वाले डोमेन ही रखें क्यूँकि वो छोटे होते हैं और याद रखने में आसानी होती है।
- आपका डोमेन नाम हमेशा आपके व्यवसाय से मिलता जुलता होनी चाहिए या आपके कम्पनी के नाम का होना चाहिए ज़्यादा अच्छा होता है।
- हमेशा यूनिक डोमेन नाम का चुनाव कीजिए जो की किसी दरे से मिलता जुलता ना हो नहीं तो यूज़र को आपका वेबसाइट ढूँढने में परेशानी हो सकती है।
- कोशिश करें कि TLD डोमेन लेते समय अगर CCTLD डोमेन है तो उसे भी ख़रीद लें नहीं तो आपके प्रतियोगी उसे ख़रीद के यूज़र को व्यवधान में डाल सकता है।
- जब भी डोमेन नाम ख़रीदे तो ये सुनिस्चित करें कि कोई स्पेशल अक्षर या नम्बर ना हो ये गूगल में रेंक करने में परेशानी करता है।
ऊपर दिए गए सभी points आपको अपने व्यवसाय के लिए एक अच्छा डोमेन ख़रीदने में मदद करेगा।
आशा है कि आप डोमेन नाम क्या है, डोमेन कितने प्रकार के होते हैं, वेबसाइट के लिए ये ज़रूरी क्यूँ है, डोमेन नाम कौन देता है और आप कहाँ से ले सकते हैं, डोमेन नाम कैसे चुने और इसका अच्छा तरीक़ा क्या है ये सारी चीज़ों के बारे सबकुछ हिंदी में समझ गए होंगे।
मुझे आप सभी पाठकों से निवेदन हाई की हमारे बीच ऐसे कई बच्चे, नौजवान या व्यवसायी जो अपनी वेबसाइट बनवाना चाह रहे होंगे जिन्हें डोमेन नाम के बारे में पता नहीं होगा या सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे होंगे उन्हें ज़रूरत होगा हिंदी में डोमेन नाम के बारे में जानने का।
कृपया उनकी मदद के लिए इस पोस्ट को उनलोगों तक ज़रूर पहुचाएँ जससे की उनकी ज्ञान मैं वृधि हो सके और अच्छे से समझ सकें। मुझे भी आप सब की सहयोग की बहुत आवश्यकता है जिससे कि कम्प्यूटर और इंटेरनेट से जुड़ी छोटी से छोटी जानकारी हिंदी में आप सब तक पहुँचा सकूँ।
इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद भी अगर किसी भी तरह की कोई भी doubt है तो आप मुझे कॉमेंट में बेझिझक पूछ सकते हैं। मैं जरुर उन Doubts को विस्तृत मैं आपको बताने की कोशिश करूँगा।
इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ने के लिए और लोगों तक पहुँचाने के लिए धन्यवाद!!
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