एस ब्लॉग मे हम जानेंगे की Mouse क्या होता है? और कितने प्रकार का होता है? अगर हमने कंप्यूटर का प्रयोग किया है तो अपने एक छोटा सा device ज़रूर देखा होगा जो बहुत सारे रंग के होते हैं लेकिन अधिकांश काले रंग के प्रयोग में होते हैं।
अब ये मत पूछना की काले रंग के ही ज़्यादातर प्रयोग में क्यूँ होते हैं, ये तो प्रयोग करने वाले के पसंद पे निर्भर करता है की किस रंग के उन्हें पसंद है लेकिन हम यहाँ mouse के रंग कर बारे बात नहीं करेंगे हमें आज जानना है कि mouse क्या होता है, इसको किसने बनाया, ये काम कैसे करता है, Mouse का फ़ुल फ़ॉर्म क्या है, ये कितने प्रकार के होते हैं और कुछ ऐसे तथ्य जो शायद हमने पहले कभी नहीं सुना और पढ़ा हो। तो बिना देर किए चलिए समझते हैं सबकुछ हिंदी में।
माउस क्या है- What is Mouse in Hindi
कंप्यूटर के साथ बात चित्त करने में माउस का एक महत्वपूर्ण योगदान है, ये बहुत सारी चीज़ों को आसान बना देता है, हालाँकि जो चीज़ें हम माउस से करते हैं उसे कीबोर्ड से भी कर सकते हैं लेकिन उसे करने में बहुत ज़्यादा समय लगेगा और बहुत आसानी से नहीं हो पाएगा इसीलिए हम माउस का प्रयोग करते हैं।
Mouse एक Pointing device है जिसका उपयोग मुख्य रूप से कंप्यूटर स्क्रीन पर किसी भी काम को खोलने, बंद करने, चुनने और उसके बारे में जानने के लिए किया जाता है।
माउस का ज़्यादा उपयोग ग्राफ़िक डिज़ाइन या कंप्यूटर पे चित्र बनाने में होता है और उसके बिना डिज़ाइन होता नहीं है। माउस एक Input Device होता है जो कंप्यूटर को उसके स्क्रीन पर कुछ भी काम करने का आदेश देता है। यह विशेषकर चियोसा (ग्राफिकल यूज़र इन्टरफेस) के लिए महत्वपूर्ण है।
कंप्यूटर माउस के जनक किसे माना जाता है?
Mouse को Originally X-y Position Indicator कहा जाता है। डगलस एंजेलबर्ट (Douglas Engelbart) ने सन 1963 में माउस का अविष्कार किया था, उस समय डगलस Stanford Research Institute में कार्य करते थे।
ऑप्टिकल माउस काम कैसे करता है?
हमने तो ये समझ लिया की माऊस होता क्या है और एसके जनक कौन हैं अब ये काम कैसे करता है इसके कुछ ऐसी चीज़ें जो अपने कहीं पढ़ा नहीं होगा।
एक ऑप्टिकल माउस पूरी तरह से अलग तरीके से काम करता है। यह माउस के निचले भाग में लगे एक एलईडी (प्रकाश उत्सर्जक डायोड) से आपके डेस्क पर एक चमकदार रोशनी को चमकता है। प्रकाश डेस्क से एक photocell (फोटोइलेक्ट्रिक सेल) में सीधे ऊपर उछलता है, यह भी माउस के नीचे एलईडी से थोड़ी दूरी पर लगा होता है।
photocell में इसके सामने एक लेंस होता है जो परावर्तित प्रकाश को बढ़ाता है, इसलिए माउस आपके हाथ के गतिविधि का अधिक सटीक उत्तर देता है।
जैसे ही आप माउस को अपने डेस्क के चारों ओर घुमाते हैं, परावर्तित प्रकाश का पैटर्न बदल जाता है, और माउस के अंदर की चिप यह पता लगाने के लिए उपयोग करती है कि आप अपना हाथ कैसे चला रहे हैं।
कुछ ऑप्टिकल माउस में दो एलईडी होते हैं। पहला डेस्क पर हल्का चमकता है, उस प्रकाश को photocell द्वारा उठाया जाता है। दूसरा एलईडी माउस के पीछे एक लाल प्लास्टिक की पट्टी को रोशनी देता है ताकि आप देख सकें कि यह काम कर रहा है।
अधिकांश ऑप्टिकल माउस में भी सामने की तरफ एक पहिया होता है जिससे आप पृष्ठों को स्क्रीन पर बहुत तेजी से स्क्रॉल कर सकते हैं। आप पहिया को भी क्लिक कर सकते हैं, इसलिए यह पारंपरिक बॉल माउस पर तीसरे (केंद्र) बटन की तरह कार्य करता है।
Mouse का फ़ुल फ़ॉर्म क्या है?
माउस का फुल फॉर्म Manually Operated Utility For Selecting Equipment होता है।
माउस को हिंदी में हम कुछ इस तरह बोल सकते हैं “उपकरण के चयन के लिए मैन्युअल रूप से संचालित उपयोगिता“।
माउस के प्रकार – Types of Mouse in Hindi
आजकल मार्केट मैं बहुत प्रकार के माउस उपलब्ध होते हैं और सभी के फ़ीचर्ज़ अलग होते हैं। लेकिन नीचे कुछ इमपोर्टेंट प्रकार के माउस के बारे में समझते हैं।
Corded Mouse
Corded mouse को कंप्यूटर के साथ डिरेक्ट्ली via USB केबल (serial, PS/2 or USB) द्वारा connect किया जाता है। ये अपने operation के लिए power उसी पोर्ट से लेता है जिससे ये connected होता है, इसका मतलब है की इसमें external batteries की कोई जरुरत ही नहीं है.
Corded माउस ज़्यादातर accuracy वाले होते हैं क्यूंकि उन्हें ज्यादा कोई issue नहीं होती है जैसे की signal interference या performance loss low-battery states का।
Cordless/Wireless Mouse
जैसा कि नाम से ही समझ में आता है “कॉर्ड्लेस या वायरलेस” मतलब बिना कोई कोड या वायर जैसे की USB केबल (serial, PS/2 or USB) के बिना काम करता है। ये कंप्यूटर से कनेक्ट और उसे डाटा भेजने के लिए वायरलेस टेक्नॉलजी का इस्तेमाल करता है। इस माउस को इस्तेमाल करने के लिए बैटरी की ज़रूरत होती है।
वायरलेस माउस आजकल ज़्यादा देखा जाता है, ये Corded माउस के मुक़ाबले थोड़ा महँगा ज़रूर होता है लेकिन इसके फ़ायदे भी बहुत होते हैं। जैसे की आप अपने desktop से कम से कम 10 मीटर की दूरी से भी काम कर सकते हैं, कंप्यूटर में बहुत सारे device लगाने के बाद पूरा डेस्क वायर से भर जाता है इससे वायर कम होगा, CPU में लिमिटेड USB पोर्ट होते हैं वायरलेस माउस के उपयोग करने से आपका पोर्ट फ़्री हो सकता है।
Mechanical Mouse/Ball Mouse
यह एक Heavy माउस होता है जो कि थोड़ी पुरानी टेक्नॉलजी पे काम करता है और ज़्यादातर Corded होते हैं। यह ज़्यादातर इलेक्ट्रिकल और Mechanical कम्पनियों में देखा जाता है।
इसमें एक बॉल होता है और रोलर होते है जो कि movements को ट्रैक करने के लिए काम में आता है।
इसकी पर्फ़ॉर्मन्स बहुत अच्छी होती है लेकिन समय समय पर सफ़ाई की ख़ास ज़रूरत होती है।
Optical Mouse
यह माउस एक बहुत ही पोपुलर क़िस्म है, जो कि गतिविधि को ट्रैक करने के लिए optical electronics का इस्तेमाल करती है। ये दूसरे क़िस्म की तुलना में ज़्यादा भरोसेमंद होता है इसके साथ साथ इसमें मेंट्नेन्स की भी कम ज़रूरत पड़ती है।
इसकी पर्फ़ॉर्मन्स अछी होने के लिए एकदम साफ़ और समतल surface की ज़रूरत होती है, जिसके लिए माउस पेड एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
Trackball Mouse
ट्रैक्बॉल माउस, माउस का एक पूरनी क़िस्म है जो कि बहुत पुराने तकनीक पे काम करता है। इसका काम करने का तरीक़ा सब से अलग है, इसमें एक बॉल लगा होता है जो कि सेन्सर की तरह काम करता है ये रबर बॉल ऊपर की तरफ़ होता है जो कि कर्सर/माउस पोईंटर को घुमाने में मदद करता है।
माउस के टचपैड को क्या कहते हैं?
Mouse के touchpad को Trackpad, glide pad, glide point इत्यादि कहा जाता है.
Touchpad क्या होता है?
जब हम कोई laptops या आधुनिक तकनीकी वाले कम्प्यूटर्स का उपयोग करते हैं तो हम बिना माउस के सब काम करने मैं सक्षम होते हैं लेकिन हमें ये पता होना चाहिए की laptops मैं Touchpad तकनीक और desktops मैं Touch screen तकनीक काम करता है। और दोनों माउस की तरह ही काम करता है और इसके इस्तेमाल के लिए हम अपने उँगलियों का उपयोग करते हैं। इसे हम माउस का एकदम updated version भी बोल सकते हैं।
आशा है कि आप माउस क्या है (What is Mouse in Hindi) और ये कितने प्रकार के होते हैं? के बारे सबकुछ हिंदी में समझ गए होंगे।
हमारे बीच ऐसे कई बच्चे, नौजवान होंगे जिन्हें माउस के बारे में ठीक से पता नहीं होगा और इसके बारे समझ नहीं पा रहे होंगे कृपया उनकी मदद के लिए इस पोस्ट को उनलोगों तक ज़रूर पहुचाएँ जससे की उनकी ज्ञान मैं वृधि हो सके और माउस के बारे मैं अच्छे से समझ सकें।
इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद भी अगर किसी भी तरह की कोई भी doubt है तो आप मुझे बेझिजक पूछ सकते हैं।
मैं जरुर उन Doubts को विस्तृत मैं आपको बताने की कोशिश करूँगा।
एस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद अगर आप माउस के बारे में थोड़ा भी समझ गए होंगे तो कृपया इस पोस्ट को सोसल मीडिया जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share ज़रूर करें।
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